जिनकी ध्वनि केवल मुख से निकलती है, वे हैं / jinakee dhvani keval mukh se nikalatee hai, ve hain:- - www.studyandupdates.com

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जिनकी ध्वनि केवल मुख से निकलती है, वे हैं / jinakee dhvani keval mukh se nikalatee hai, ve hain:-

22. जिनकी ध्वनि केवल मुख से निकलती है, वे हैं:-


(a) वृत्ताकार स्वर

(c) अनुनासिक स्वर

(b) संवृत स्वर

(d) निरनुनासिक स्वर


UPSSSC वनरक्षक, 02.02.2018 II Shift



उत्तर (d) : जिनकी ध्वनि केवल मुख से निकलती है, वे'निरनुनासिक स्वर' हैं। 'अनुनासिक स्वरों' (ङ, ञ, ण, न, म) के उच्चारण में वायु ध्वनि मुख के साथ-साथ नाक से भी निकलती है। 

'वृत्ताकार स्वर' ऐसे स्वर हैं, जिनके उच्चारण में होठों का आकार गोल हो जाता है, 

जैसे- उ, ऊ, ओ, औ, ऑ। 


'संवृत स्वर' के उच्चारण में मुख द्वार लगभग बंद रहता है, जैसे- इ, ई, उ, ऊ।






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