ऋणमुक्त में कौन सा समास है (rnamukt mein kaun sa samaas hai) : - - www.studyandupdates.com

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ऋणमुक्त में कौन सा समास है (rnamukt mein kaun sa samaas hai) : -

समास - samaas


समस्तपद - ऋणमुक्त

समास-विग्रह - ऋण से मुक्त


कौन सा समास है :- अपादान तत्पुरुष समास


तत्पुरुष समास- तत्पुरुष समास का उत्तरपद अथवा अंतिम पद प्रधान होता है। ऐसे समास में परायः प्रथम पद विशेषण तथा द्वितीय पद विशेष्य होते हैं। द्वितीय पद के विशेष्य होने के कारण समास में इसकी प्रधानता होती है।


तत्पुरुष समास के छः भेद हैं –

  1. कर्म तत्पुरुष
  2. करण तत्पुरुष
  3. संप्रदान तत्पुरुष
  4. अपादान तत्पुरुष
  5. संबंध तत्पुरुष
  6. अधिकरण तत्पुरुष

 अपादान तत्पुरुष    समास  - इसमें अपादान कारक की विभक्ति ‘से’ लुप्त हो जाती है।








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