धर्मशाला में कौन सा समास है (dharmashaala mein kaun sa samaas hai) - - www.studyandupdates.com

Tuesday

धर्मशाला में कौन सा समास है (dharmashaala mein kaun sa samaas hai) -

समास - samaas


समस्तपद - धर्मशाला

समास-विग्रह - धर्म के लिए शाला


कौन सा समास है :- संप्रदान तत्पुरुष समास


तत्पुरुष समास- तत्पुरुष समास का उत्तरपद अथवा अंतिम पद प्रधान होता है। ऐसे समास में परायः प्रथम पद विशेषण तथा द्वितीय पद विशेष्य होते हैं। द्वितीय पद के विशेष्य होने के कारण समास में इसकी प्रधानता होती है।


तत्पुरुष समास के छः भेद हैं –

  1. कर्म तत्पुरुष
  2. करण तत्पुरुष
  3. संप्रदान तत्पुरुष
  4. अपादान तत्पुरुष
  5. संबंध तत्पुरुष
  6. अधिकरण तत्पुरुष

संप्रदान तत्पुरुष समास  - इसमें संप्रदान कारक की विभक्ति ‘ के लिए ‘ लुप्त हो जाती है।








No comments:

Post a Comment

Popular Posts